नमस्कार!
कैसे है आप?
आशा है अच्छे ही होंगे।आज इस आर्टिकल को बोहोत से जानकारियां युक्त करके लिख रहा हूं।
ये आर्टिकल हर किसी के लिए बोहोत बोहोत फायदे मंद साबित होने वाला है।
आर्टिकल में क्या है,ये तो आप टाइटल से जान गए होंगे।
बड़े मजेदार है।
आलू के बैज्ञानिक नाम।
क्या आप जानते हैं?अगर नहीं जानते हैं तो इस आर्टिकल को पढ़ के जान ही जाएंगे।
लिकिन सिर्फ बैज्ञानिक नाम ही नहीं बल्कि बोहोत सारे महत्वपूर्ण जानकारी इस आर्टिकल में आलू के बारे में दी गई है।
आशा है आपको अच्छा लगेगा।
तो चलिए जानते हैं–
आलू के बैज्ञानिक नाम: कुल, इतिहास, उत्पादन क्षेत्र,ओर भी जानकारियां
आलू, कोन नहीं जानता इसके बारे में।इंडिया में आलू इतना प्रचलित है जितना कि कोई सोच नहीं सकता।
इंडिया में आलू हर बाज़ार बिकता है,हर दिन करोड़ों लोग इसे खाते है।
ये कार्बोहाइड्रेट की सबसे अच्छा सोर्स माना जाता है।
ऐसे बोहोत से देश है जो आलू को Primary सब्जी की तर पर जगह देते हैं।
आलू को इंग्लिश में Potato कहां जाता है।लिकिन इंडिया में इसको आलू कह कर पुकारा जाता है।हालांकि इसके पीछे भी एक बोहोत बड़ी इतिहास जो हम आगे पड़ने वाले हैं।
भारत में इसके मूल्य ऊपर नीचे होते रहता है जिसके सबसे बड़ा कारण पैदा बार को माना जा सकता है।हम आगे आलू का ज्यादा उत्पादन कहां किया जाता है वो भी विस्तार पूर्वक इस आर्टिकल में पड़ेंगे।
तो सबसे पहले हम जानते हैं आलू का साइंटिफिक नाम।
आलू का बैज्ञानिक नाम क्या है?
बैज्ञानिक नाम किसी चीज को विज्ञान की दृष्टि से दिया जाने वाला प्रमुख नाम है।
हर चीज का बैज्ञानिक नाम मौजूद है चाहे वो मनुष्य हो या सब्जी या मछली ही क्विं ना हो।
इसी तरह आलू का भी एक बैज्ञानिक नाम मौजूद है।
आलू का बैज्ञानिक नाम है Solanum tuberosum(सोलानम टूबरोसुम)।
बैज्ञानिक नाम को बानस्पतिक नाम भी कहां जाता है।
असल में बैज्ञानिक नाम में ही उस वस्तु की प्रजाति और कुल छुपा हुआ होता है।इसलिए इससे बस्तू कि प्रजाति आदि का जानकारी जानी जा सकती है।
आलू के कुल के नाम क्या है?
Internet में बोहोत से ऐसे source जिसके मुताबिक आलू nightshade family(Solanaceas)कि अन्तर्गत है।
हर चीज के अलग अलग प्रकार इस प्रकृति में पाई जाती हैं।इसीलिए कुल ओर प्रजाति नाम को बोहोत ही गंभीर ता से लिया जाता है।
पहचान कर ने के लिए ये इस्तमाल होता है।
दुनिया का सबसे पहले आलू कहां पाया गया था?
अब बारी है आलू के इतिहास के बारे में बात करने की।
आलू की इतिहास पुराने सभ्यताओं जैसे ही पुरानी है।
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आलू की उत्पति सबसे पहले दक्षिण अमेरिका की पेरू देश में होने का बात कहीं जाती है।
ये देश दक्षिण प्रशांत महासागर से पश्चिम में घिरी हुई है।
पेरू में इसके सुरबात होने के बाद ये आस पाश के देश जैसे बोलीविया,चिली,कोलंबिया,वेनेजुएला तक पौंछ गया।
ओर बाद में धीरे धीरे Europe ओर Asia में इसके खेती का प्रचलन बड़ने लगा।
ओर 20 बी सदी आते आते इसका खेती से Asia के बोहोत से देश दुनिया के पहले स्थान में आ गया।
भारत में आलू कहां से आया?
ये पूरी तरीके कह पाना मुश्किल है कि भारत में असल में कब आलू आया।
कहां जाता है भारत में आलू का आना पोर्तुगीज का श्रेय है।तब उस समय पोर्तुगीज लोग आलू को "Batata" कह कर पुकारते थे।
ओर बोहोत के ये कहना है,भारत में आलू आने में ब्रिटिश लोगो का हाथ है।
जब ब्रिटिश इंडिया में बिजनेस करने के लिए पहले आए थे तब आलू इस देश में प्रचलित हुआ,ये भी बोहोत लोगो के दावा है।
आलू उत्पादन में प्रथम देश कोन सा है?
दक्षिण अमेरिका में आलू की सूरबात होने से ले कर Asia ओर Europe तक ये काफी प्रचलित हो गया था।
देखते ही देखते इन सब जगह की देशों में इसके खेती बोहोत ही ज्यादा मात्रा में होने लगा जिसका फलस्वरूप ये हुआ कि आज Asia ही सबसे ज्यादा आलू उत्पादन करता है।
ओर Asia में दो देश जो दुनिया की ज्यादातर आलू उत्पादन करता है उनके नाम है China ओर India।
India भी आलू उत्पादन के मामले में दूसरे नंबर में मौजूद है सारे विश्व में।
आलू उत्पादन के मामले में Russia इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर रहने वाला देश बना है।
आलू उत्पादन में प्रथम राज्य कोनसा है?
आलू के उत्पादन में India कि रैंकिंग दूसरे नंबर पे होने के कारण उत्तरप्रदेश को कहा जा सकता है।
जी हां!
इंडिया में आलू उत्पादन में प्रथम जो राज्य है उसके नाम है उत्तरप्रदेश।
उसके बाद पश्चिम बंगाल, बिहार, गुजरात,महाराष्ट्र आदि में काफी मात्रा में आलू उत्पादन होता है।
जिसका फलस्वरूप आज India,आलू उत्पादन की क्षेत्र में सारे विश्व में दूसरे नंबर पर मौजूद है।
Conclusion
आशा है आप आलू के बैज्ञानिक नाम अब कभी नहीं भूलेंगे।साथ ही साथ इस आर्टिकल बोहोत से ओर भी जानकारी आलू के बारे में दिए गए हैं शायद आपको वो भी अच्छा लगा होगा।
अगर हां तो एकबार इस आर्टिकल को अपने दोस्तो या फैमिली के साथ जरूर शेयर करें ताकि उन लोगो को भी आलू के बारे में ये जानकारियां प्राप्त हो सके।
तो आज के लिए इतना ही आपसे फिर मुलाकात होगा,एक अन्य ओर नॉलेजफुल् पोस्ट के साथ।तब तक के लिए खुश रहिए ओर मजे में रहिए।
जय हिन्द
बंदे मातरम
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